अली हसन गंभीर डाक्टरों की लापरवाही से बढ़ा दर्द
अली हसन गंभीर डाक्टरों की लापरवाही से बढ़ा दर्द

👉 "संहौला प्रखंड के करहरिया होटल के पास सड़क हादसा – अली हसन गंभीर, डॉक्टरों की लापरवाही से बढ़ा दर्द"
"संहौला प्रखंड के शीशम बगान के रहने वाले अली हसन की ख़बर दिल को झकझोर कर देने वाली है।
गाँव की सड़कों पर शाम ढल रही थी, लोग अपने-अपने कामों में व्यस्त थे…
तभी अचानक एक ज़ोरदार धड़ाम की आवाज़ गूँजी।
एक बाइक और ठेला में भयानक टक्कर हो गई,
और ज़मीन पर लहूलुहान पड़े थे अली हसन।
गाँव वालों की चीख-पुकार मच गई।
हर कोई दौड़ पड़ा, किसी ने कपड़े से खून रोकने की कोशिश की,
तो किसी ने तुरंत अस्पताल पहुँचाने की।
लेकिन अफ़सोस…
👉 अस्पताल पहुँचकर भी अली हसन को राहत नहीं मिली।
डॉक्टरों की लापरवाही सामने आ गई।
इलाज में देरी हुई, और जख्म और गहरे हो गए।
परिवार के लोग रो-रोकर कह रहे हैं –
"अगर वक्त रहते इलाज मिलता, तो हमारे बेटे की ये हालत न होती।"
माँ की आँखों में आँसू थमने का नाम नहीं ले रहे,
पिता की हालत बयान से बाहर है।
गाँव के लोग आक्रोशित हैं।
कहते हैं –
👉 “आए दिन डॉक्टरों की लापरवाही से कई लोगों की जान जा रही है।
गरीब चाहे जितना चिल्लाए, लेकिन सिस्टम खामोश रहता है।”
आज शीशम बगान का हर घर डरा हुआ है…
क्योंकि हादसों से बचना मुश्किल है और अस्पतालों से भरोसा उठ चुका है।
यह हादसा सिर्फ़ एक परिवार का दर्द नहीं,
बल्कि पूरे समाज के लिए एक सवाल है –
👉 “क्या सचमुच ग़रीब की जान की कोई क़ीमत नहीं?”
ज़िंदगी और मौत के बीच तड़प रहा है एक बेटा,
और जिम्मेदार चुप हैं…
सिर्फ़ तमाशा देख रहे हैं।
📌 अंत में 2 पंक्तियों की शायरी (रील को और दर्दनाक बनाने के लिए):
"ज़िंदगी बचाने वाले ही जब लापरवाह हो जाएँ,
तो गरीब की साँसें भी हादसों की भेंट चढ़ जाएँ…"
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